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Wednesday, May 15, 2019

सुलेमानी हकीक, लाभ और धारण करने की विधि

सुलेमानी हकीक, लाभ और धारण करने की विधि

एगेट

सुलेमानी हकीक दुनिया का ऐसा अनोखा पत्‍थर है जिसे जितनी श्रृद्धा से हिन्‍दू धारण करता है उतनी ही श्रृद्धा से मुस्‍लिम भी धारण करते हैं। इसका कारण साफ है कि यह एक चमत्‍कारिक उपाय है जिसे धारण करना बहुत आसान है।


अगर इस स्‍टोन को पहनना है तो शरीर के भार के दसवें हिस्‍से जितने कैरेट का सुलेमानी हकीक कम से कम पहनें। जैसे अगर आपका वजन 70 किलो है तो आप 7 कैरेट का स्‍टोन पहनें। इसे अंगूठी, पेंडेंट की तरह इस्‍तेमाल करना हो या घर में कहीं रखना हो तो भी इसे खरीदते समय ध्‍यान रखें की इसमें अलग से कोई दाग-धब्‍बा नहीं होना चाहिए और ये कहीं से टूटा भी नहीं होना चाहिए।

सुलेमानी हकीक धारण करने के लाभ :

  • हर तरह के काला जादू और बुरी नजर के प्रभाव से बचाता है और अगर किसी को ऐसा लगता हो कि उस पर किसी की बुरी नजर है तो ऐसी अवस्‍था में उसे हकीक तुरंत धारण कर लेना चाहिए।
  • नौकरी या व्‍यवसाय में अगर परेशानी आ रही हो तो भी इस रत्‍न को धारण करना बहुत उचित रहता है। यह विपत्‍ती और परेशानियों में आपको संभाले रखने का काम करता है।
  • आपमें आकर्षण को बढ़ाता है इसलिए अगर आप किसी को अपना बनाना चाहते हैं या चाहते हैं कि सामने वाला बस आपकी तारीफ के कसीदे पड़ता रहे तो इस चमत्‍कारिक पत्‍थर को धारण करने में बिल्‍कुल भी देरी न करें।
  • सभी रत्‍नों में सिर्फ यही ऐसा पत्‍थर है जो कर तरह के किए कराए का काट है। इसलिए अगर ऐसा लगता हो कि किसी की बुरी नजर के कारण आपका घर में अशांति है और व्‍यापार में लगातार घाटा हो रहा है तो इसे अवश्‍य धारण करें।
  • इस पत्‍थर को धारण करने से शत्रुओं का समूल नाश हो जाता है। यह सेहत के लिए भी किसी रामबाण जैसा है।
  • अगर आप राहू केतु और शनि के दुष्‍प्रभावों से पीडि़त हैं तो सिर्फ सुलेमानी हकीक को धारण किजीए यह इन तीनों ग्रहों के अच्‍छे फल को देगा।

हकीक धारण करने की विधि:



इसे हमेशा चांदी की अंगूठी में पहनना चाहिए। इसके अलावा हकीक की अंगूठी को शनिवार के दिन सूर्योदय के पश्चात सीधे हाथ की मध्य अंगुली में धारण करना चाहिए। वैसे हकीक पहनने का एक सामान्य तरीका उसे धागे में धारण करना भी है। हकीक की माला आपको पाप, काला जादू व तंत्र आदि से सुरक्षित रखती है।

हकीक की माला

कहते हैं हकीक की माला का जप करने से भगवान शिव अति प्रसन्न हो जाते हैं। इसके अलावा हकीक की माला फेरने के साथ यदि हनुमान जी के किसी मंत्र का जप किया जाए, तो यह भी अति फायदेमंद होता है।

परीक्षाओं में सफल होने के लिए

यदि कोई छात्र कड़ी मेहनत के बाद भी परीक्षाओं में सफल होने से असमर्थ हो तो उसे काले हकीक की माला पहनानी चाहिए। यह विभिन्न प्रतियोगिताओं में विजय प्राप्त करने के लिए सहयोगी मानी गई है। इसके अलावा मासिक धर्म रुक जाने या फिर महिलाओं से संबंधित किसी भी अन्य गुप्त परेशानी का हल पाने में काला हकीक फायदेमंद है। गर्भवती महिलाओं के लिए यह रत्न अच्छा माना गया है।

नींद

इसके अलावा जिन्हें नींद नहीं आती या फिर बुरे सपने आते हैं, वे रात के समय अपने तकिये के नीचे पीला हकीक रखकर सो जाएं, यह दोनों समस्याएं दूर हो जाएंगी।

बुरी नजर, नकारात्मक ऊर्जा से बचाता है 'सुलेमानी हकीक'
नीले धागे में बांधकर गले में पहनें इसे किसी भी आयु का व्यक्ति किसी भी दिन पहन सकता है। यह बुरी नजर की बाधा दूर करके सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह करता है। सुलेमानी पत्थर को चांदी के लॉकेट में धारण करके नीले धागे में बांधकर गले में पहनें या अंगूठी भी धारण की जा सकती है।


पीला हकीक

निडर एवं मुसीबतों से लड़ने की ताकत देता है पीला हकीक। बृहस्पति भगवान को प्रसन्न करने के लिए भी पीला हकीक धारण किया जाता है। यदि आप जानते ना हों, तो बता दें कि जीवन में धन एवं सुख-सम्पदा पाने के लिए भगवान बृस्पति को प्रसन्न करना अति आवश्यक है।

सफेद हकीक

अध्यात्म, मानसिक शांति, जीवन में संतुलन पाने एवं तनाव से बचने के लिए पहना जाता है सफेद हकीक। इसके अलावा वे लोग जो भावनाओं के जंजाल में फंसे हैं एवं इस दलदल में धंसते चले जा रहे हैं, उनके लिए भी फायदेमंद है सफेद हकीक।


सुलेमानी हकीक से लाभ:

ऐसा माना जाता है कि सुलेमानी हकीक को पहनने से या उसे आस-पास रखने मात्र से ही आत्‍मविश्‍वास में बढ़ोत्‍तरी होती है। यह नकारात्‍मक ऊर्जा को बाहर करता है जिससे उदासी, उलझन और चिड़चिड़ा पन दूर होता है।

क्‍यों पहने सुलेमानी हकीक


सुलेमानी हकीक पहनने से व्‍यक्ति अपने लक्ष्‍य के प्रति ज्‍यादा फोकस और समर्पित होता है। ऐसा माना जाता है कि इसको पहनने से कार्यक्षेत्र में ज्‍यादा अच्‍छा परफार्मेंस हो जाता है, काम में मन लगता है और बेकार की बातें मन में नहीं आती हैं। हृदय और मस्‍तिष्‍क के बीच संतुलन बनाता है जिससे निर्णय क्षमता में भी सुधार होता है।

हकीक का ज्योतिषीय विश्लेषण

हकीक का इस्तेमाल चक्कर आने, सिरदर्द साथ ही साथ त्वचा की समस्याओं से निजात पाने के लिए किया जाता है। यह बहुत ज़रूरी है कि यह रत्न आपकी त्वचा के संपर्क में रहे साथ ही उस अंग के भी पास हो जिसे उपचार की आवश्यकता है। आंखों की थकान व सूजन को मिटाने के लिए भी हकीक का इस्तेमाल लाभकारी है। 

गर्भावस्था के दौरान होने वाली समस्याओं को कम करने के लिए भी हकीक का इस्तेमाल किया जाता है। पृथ्वी चक्र को संतुलित बनाए रखने में हकीक की महत्वपूर्ण भूमिका है।
 हकीक रत्न एक आध्यात्मिक संपर्क सूत्र के रूप में कार्य करता है, जो दैविक शक्ति के साथ हमें जोड़ने में मदद करता है। यह हारा लाइन ऊर्जा में आने वाली रुकावटों को हटाने के लिए भी महत्वपूर्ण है। 
इसके प्रभाव से ऊर्जा पूरे शरीर में सिर से पांव तक प्रवाह होती है और भावनात्मक दर्द से भी छुटकारा मिलता है। इसके अलावा यह पृथ्वी और आकाश के बीच संतुलन बनाए रखने में सहायता करता है और समग्र जागरूकता बढ़ाता है।