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Monday, May 30, 2022

Opportunity of Videsh Yatra

 

Opportunity of Videsh Yatra



मेष (Mesha) राशि वालों के लिए विदेश यात्रा योग

इस लग्‍न के जातकों के लिए बुध या गुरु की दशा अथवा अंतरदशा में विदेश जाने के योग बनते हैं। ऐसे जातकों की कुण्‍डली में अगर शनि बेहतर स्थिति में हो तो विदेश में अच्‍छी सफलताएं भी अर्जित कर पाते हैं। शनि भगवान की आराधना विदेश में अच्‍छा लाभ अर्जित करा सकती है। बुध की दशा में जहां छोटी यात्राएं होती हैं वहीं गुरु की दशा में लंबी विदेश यात्राओं के योग भी बनते हैं।

वृष (Vrish) राशि वालों के लिए विदेश यात्रा योग

इस लग्‍न के जातकों के लिए चंद्रमा या मंगल की दशा अथवा अंतरदशा में विदेश जाने के योग बनते हैं। इन जातकों की कुण्‍डली में गुरु बेहतर स्थिति में होने पर विदेश में सफलताएं अर्जित करना आसान हो जाता है। गुरु का लाभ लेने के लिए विदेश में जातक को नियमित रूप से मंदिर जाना चाहिए। इस राशि में शनि की बेहतर स्थिति धार्मिक यात्राएं कराती हैं।

मिथुन (Mithun) राशि वालों के लिए विदेश यात्रा योग

इस लग्‍न के जातक सूर्य की दशा या अंतरदशा में छोटी यात्राएं करते हैं और शुक्र की दशा या अंतरदशा में लंबी दूरी या अधिक समय तक घर से दूर रहने वाली यात्राएं करते हैं। इन जातकों को शनि की शुभ स्थिति धार्मिक यात्राएं कराती हैं। विदेश में अच्‍छा लाभ अर्जित करने के लिए इन जातकों को हनुमान अथवा मुरुगन देवता की आराधना करनी चाहिए।

कर्क (Kark) राशि वालों के लिए विदेश यात्रा योग

इस लग्‍न के जातक बुध की दशा अथवा अंतरदशा में विदेश यात्रा का सुख लेते हैं। कुण्‍डली में शुक्र मजबूत स्थिति में होने पर ये जातक यात्रा भी विलासितापूर्ण अंदाज में करते हैं। ऐसे जातकों को यात्रा के दौरान थोड़ी भी असुविधा परेशान कर देती है। आमतौर पर ये लोग यात्राओं को तब तक टालने का प्रयास करते हैं जब तक कि इन्‍हें पूरा भरोसा न हो जाए कि यात्रा की सभी व्‍यवस्‍थाएं पूर्ण हो चुकी हैं।

सिंह (Singh) राशि वालों के लिए विदेश यात्रा योग

इस लग्‍न के जातक शुक्र की दशा अथवा अंतरदशा में छोटी यात्राएं करते हैं और चंद्रमा की दशा अथवा अंतरदशा में विदेश प्रस्‍थान करते हैं। परदेस की इनकी सफलता का आधार बुध की स्थिति है। अगर इनकी कुण्‍डली में बुध बेहतर स्थिति में भी है तो बुध के वक्री, मार्गी, अस्‍त और उदय होने से इनका लाभ या आय प्रभावित होते रहते हैं।

कन्‍या (Kanya) राशि वालों के लिए विदेश यात्रा योग

इस लग्‍न के जातकों को मंगल की दशा अथवा अंतरदशा में घर से कुछ समय के लिए बाहर रहने का मौका मिलता है। सूर्य की दशा में ये लोग विदेश यात्राएं भी कर पाते हैं। शुक्र की बेहतर स्थिति इन जातकों को धार्मिक यात्राएं कराती हैं। विदेश में कितने सफल होंगे, यह इन जातकों की चंद्रमा की स्थिति पर निर्भर करता है। शिव आराधना इन जातकों को विदेश में भी बेहतर सफलता दिला सकती है।

तुला (Tula) राशि वालों के लिए विदेश यात्रा योग

इस लग्‍न के जातकों को गुरु की दशा अथवा अंतरदशा में यात्रा करने का मौका मिलता है। बुध की अंतरदशा में ये जातक घर से अधिक दूरी की यात्राएं कर पाते हैं। विदेश में अच्‍छा लाभ हासिल करने के लिए ऐसे जातकों की कुण्‍डली में सूर्य बेहतर स्थिति में होना चाहिए।

वृश्चिक (Vrishchik) राशि वालों के लिए विदेश यात्रा योग

इस लग्‍न के जातकों को शनि की दशा या अंतरदशा में छोटी यात्राएं करनी पड़ती हैं। शनि की दशा में ये जातक कई बार यात्राएं कर वापस घर लौटते हैं। शुक्र की दशा या अंतरदशा में इन्‍हें घर से दूर रहने का मौका मिलता है। ऐसे जातकों की कुण्‍डली में बुध की स्थिति बेहतर होने पर विदेश में सफल होने की स्थिति बनती है।

धनु (Dhanu) राशि वालों के लिए विदेश यात्रा योग

इस लग्‍न के जातक शनि की दशा या अंतरदशा में घर से बाहर निकलते हैं। इस दशा में जातक छोटी यात्राएं करता है और लंबी यात्राएं करने अथवा अधिक समय तक विदेश में टिकने के लिए इन जातकों को मंगल का सहयोग लेना पड़ता है। अगर कुण्‍डली में शुक्र बेहतर स्थिति में हो तो जातक विदेश जाकर अच्‍छा धन कमा पाता है और सफलताएं अर्जित करता है।

मकर (Makar) राशि वालों के लिए विदेश यात्रा योग

इस लग्‍न के जातक गुरु की दशा में विदेश यात्रा करते हैं। गुरु की दशा या अंतरदशा में ये जातक छोटी अथवा लंबी दूरी दोनों तरह की यात्राएं कर पाते हैं। ऐसे जातकों की कुण्‍डली में मंगल की बेहतर स्थिति विदेश में लाभ का वादा करती है। हनुमानजी की आराधना करना इन जातकों के लिए विदेश में सफलता दिलाने वाली सिद्ध हो सकती है।

कुंभ (Kumbh) राशि वालों के लिए विदेश यात्रा योग

इस लग्‍न के जातक मंगल की दशा अथवा अंतरदशा आने पर छोटी यात्राएं करते हैं। वहीं शनि की दशा या अंतरदशा इन जातकों को लंबी दूरी की यात्राएं कराती है। विदेश में इन जातकों को कितना लाभ होगा, यह गुरु की स्थिति पर निर्भर करता है। विष्‍णु की आराधना इन जातकों को विदेश में अच्‍छा लाभ दिला सकती है।

मीन (Meen) राशि वालों के लिए विदेश यात्रा योग

इस लग्‍न के जातक शुक्र की दशा अथवा अंतरदशा में छोटी यात्राएं करते हैं और शनि की दशा या अंतरदशा में विदेश यात्रा करते हैं। अगर शनि बेहतर स्थिति में बैठा हो और शुभ हो तो जातक न केवल लंबी विदेश यात्रा करता है बल्कि अच्‍छी सफलताएं भी अर्जित करता है।

Friday, April 2, 2021

ABROAD SETTLEMENT KNOWN BY DATE OF BIRTH

 

ABROAD SETTLEMENT KNOWN BY DATE OF BIRTH



16-4-1979

         
Now we find:

Driver number (Day)  = D =  16  = 1+6 = 7  Ketu 


Now we find
Conductor number(ALL) =  C  =   1+6+4+1+9+7+9

                                                             =  37 

                                                             =  1 Sun 

Take born year person =  1979 

                                     =  1+9+7+9

                                       = 8 

Now we take birth month  =    4  April 

                                           =     4 x 8  

                                            =  32  years 


Second age            =       32+8  

                                = 40 years 

third age               =          40+7  (driver no=7)

                            = 47 years 

fourth age          = 47+1           ( conductor no=1)

                           =  48  years 

1  =   Sun    

2=      Moon 

3=      Jupiter 

4=      Rahu   

5=     Mercury 

6=      venus   

7=     Ketu     

8=    saturn     

9  =  Mars